| शिकायतों का दौर खत्म हो तो कुछ बात करें |
| तोहमतों पे जोर खत्म हो तो कुछ बात करें |
| मसले नाजुक हैं ज़रा गौर से सुनने होंगे |
| गोलियों का शोर खत्म हो तो कुछ बात करें |
| गड़े मुर्दे उखाड़ने से तो कुछ नहीं हासिल |
| लाशें बिछाना खत्म हो तो कुछ बात करें |
| झगड़ा हमारा है हमीं से सुलझेगा बेहतर |
| दखल गैर का खत्म हो तो कुछ बात करें |
| इंसानियत को तरक्की और अमन चाहिए |
| बमों का खौफ़ खत्म हो तो कुछ बात करें |
| खुद को डसने लगें हैं आस्तीनों के सांप |
| अब उनके ठौर खत्म हों तो कुछ बात करें |
No comments:
Post a Comment